– दिव्यमान यति
चूंकि ट्रेलर हिंदी वाला है तो डायलॉग्स हिंदी में ही सुनने को मिलेंगे. वैसे ये मूल रूप से कन्नड़ फिल्म है जो पांच भाषाओं में रिलीज होगी. मूलतः साउथ की होने के बावजूद फिल्म में काफी कुछ खास है जिस पर लिखा जाना जरूरी है. इस फिल्म के ट्रेलर को देख कर आप किसी और काल्पनिक दुनिया मे चले जाएंगे, जो मूल रूप से लेखक की कल्पना पर ही रची गई है. पर यकीन मानिये ये वो दुनिया है जिसका नज़ारा कुछ अपवादों को तो अभी तक आपको हॉलीवुड फिल्मों में ही देखने को मिलता था. पुराने जमाने का सेट, असाधारण वीएफएक्स, यूनिक बैकग्राउंड म्यूजिक और नैरेशन, हर चीज़ अलग और ऐसा जिससे आपको बरबस हॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर Quantin Tarantino की फिल्मों की याद दिला देगी. फिल्म की जो सबसे खास बात है वो यह है कि इस फिल्म से लगभग 7 निर्देशक जुड़े हैं जिन्होंने इस फिल्म को लिखने से लेकर बनाने तक में अपना योगदान दिया है. फिल्म के एक्टर रक्षित शेट्टी ने इस फिल्म की मूल कहानी लिखी है. वो कन्नड़ इंडस्ट्री के जाने-माने अभिनेता और लेखक हैं. रक्षित के अलावा लेखन में सेवन ऑड्स को जोड़ा गया है ये सात अलग-अलग लोग हैं जिन्होंने कहानी पर उनके साथ काम किया है. इस फिल्म के पहले रक्षित की पिछले 5 साल से कोई फिल्म नहीं आई. इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस पर कितनी मेहनत हुई है. ट्रेलर देखकर लगता है कि भारतीय सिनेमा के दर्शक एक बार फिर से चौंकने वाले हैं. लगभग चार मिनट के ट्रेलर को प्रेजेंट करने का तरीका बेहद की यूनिक और शानदार है. ट्रेलर से फिल्म की कहानी का भी अंदाजा लगाना मुश्किल है. पिछले दिनों फिल्म ‘केजीएफ चैप्टर एक’ आई थी जिसने दिखाया कि कंटेंट दमदार हो तो भारतीय सिनेमा कम संसाधन में भी बड़ी फिल्में बना सकता है और अब ये फिल्म कुछ उसी रास्ते पर चलती नज़र आ रही है.शायद आप इस फिल्म के ट्रेलर को देखकर कह सकते हैं हॉलीवुड की नकल की कोशिश की गई है लेकिन इस बात से नकार नहीं सकते कि आज भी भारतीय सिनेमा में कुछ क्रिएटिव लोग हैं जो अंतराष्ट्रीय स्तर पर इसे पहचान दिलाने के लिए कम संसाधनों के बावजूद रिस्क ले रहे हैं. तो ट्रेलर देखिए और आप भी श्रीमन नारायण के एडवेंचर की झलक लीजिए. भारतीय सिनेमा के बदलते स्वरूप और फिल्म मेकर्स की मेहनत से रूबरू होइए.