फ़िल्मी जगत की जानी मानी मशहूर कोरियोग्राफर Saroj Khan की कार्डिएक अरेस्ट से 72 साल की उम्र में निधन हो गया. उनको कई दिनों से सांस लेने में तकलीफ हो रही थी उसी के बाद उन्हें मुंबई के गुरु नानक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके बाद उनकी हालत मे कुछ सुधार आया था, लेकिन अचानक से शुक्रवार की रात सांस लेने मे तकलीफ होने की शिकायत आई. जिसके कारण दिल का दौरा पड़ने से करीब 1:52 मिनट पर उन्होंने आंखरी सांस ली.
आपको बता दें कि Saroj Khan के नाम से हुई मशहूर निर्मला नागपाल ने 22 नवंबर 1948 को पाकिस्तान के एक सिख परिवार में जन्म लिया था उनका पूरा नाम निर्मला किशनचंद साधु सिंह नागपाल था. उनका परिवार पाकिस्तान में रहता था लेकिन पाकिस्तान और हिंदुस्तान का बंटवारा होने के बाद सरोज खान के माता-पिता अपने पांच बच्चो के साथ मुंबई में शिफ्ट हो गए. उसके बाद मुंबई में ही सरोज खान का जन्म हुआ. Saroj Khan के पिता का नाम किशनचंद साधू सिंह था और उनकी माता का नाम नोनी साधू सिंह था !
सरोज खान ने 3 साल की उम्र मे ही अपने करियर की शुरुआत की थी
सरोज खान ने 3 साल की उम्र में चाइल्ड आर्टिस्ट श्यामा
के रूप में फिल्म नजराना से शुरुआत की थी. इसके बाद वह 1950 से एक फ़िल्म में कोरिओग्राफर बी सोहनलाल से डांस की ट्रेनिंग लेने लगी और ब्रेक डांसर के रूप में दिखाई देने लगी. उसी के बाद करीब 13 साल की उम्र में उन्हीं के साथ शादी के बंधन में बंध गयी आपको बता दें कि बी सोहनलाल उस समय 41 साल के थे और उनके चार बच्चे भी थे. इस बात का पता सरोज खान को शादी के बाद चला उसके बाद ही सरोज खान उनसे अलग हो गयी और उन्होंने सरदार रोशन अहमद खान से शादी कर ली. महज 14 साल की उम्र मे सरोज खान ने अपने पहले बच्चे को जन्म दिया था. सरोज खान ने हिन्दू फैमिली मे जन्म लेकर भी शादी से पहले इस्लाम धर्म क़ुबूल किया था. हामिद खान, सुकीना खान और हिना खान तीन बच्चो को जन्म दिया था.
कई प्रतिष्ठित अवार्ड्स से सम्मानित किया जा चुका है
उन्होंने फिल्म जगत में अपनी पहचान बनाने के लिए कड़ी मेहनत की. उन्होंने अपने करियर में करीब 2000 से भी ज्यादा गानों को कोरियोग्राफ किया. उन्होंने 1974 में ‘गीता मेरे नाम’ में कोरियोग्राफ किया हालाँकि उसके बाद उन्हें कड़ी मेहनत करने के बाद मे श्रीदेवी की फ़िल्म हवा हवाई से पहचान मिली. 1986 (Naginaa ), 1989 (Chandni ), 1989 माधुरी दीक्षित की फ़िल्म तेज़ाब का गाना ‘एक दो तीन’ इन जैसी फिल्मों से पहचान मिली !
सरोज खान ने बतौर जज भी कई रियलिटी शो मे भी काम किया
उन्होंने फिर कई रियलिटी शो में जज के तौर पर काम करना शुरू कर दिया उन्हें पहली बार 2005 में नच बलिए सीजन वन में जज के तौर पर काम करते हुए देखा गया था. सीजन टू मे भी उन्हें जज की पोजीशन पर काम किया. उन्होंने 2008 में सोनी टीवी में आए रियलिटी शो ‘उस्तादों के उस्ताद’, ‘बूगी बूगी’, में भी काम किया. उन्होंने अपना एक शो ‘नचले वे विद सरोज खान’ भी शुरू किया. साल 2012 में उनकी एक बायोग्राफी के ऊपर एक फिल्म बनी ‘द स्टोरी ऑफ सरोज खान’ जिसको डायरेक्ट निधि तुली ने किया. उन्हें अपने काम की वजह से कई अवॉर्ड भी मिले साल 2003 में आई फिल्म देवदास के गाने ‘डोला रे डोला’ के लिए नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया गया. 2006 में आई श्री नगरम के सभी गाने और 2008 में आई जब वी मेट की ‘ये इश्क हाय’ के लिए भी नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया गया. उन्होंने बॉलीवुड इंडस्ट्री को करीब 40 साल से ज्यादा दिए. 3 साल पहले से उन्होंने बॉलीवुड को छोड़ रखा था. 2018 में आई करन जौहर की फिल्म कलंक का गीत ‘तबाह हो गए’ जिसमें आलिया भट्ट और माधुरी दीक्षित नजर आईं थीं. उसके लिए भी उनको अवार्ड से सम्मानित किया गया!
“मैं चाहता हूं, वो मेरी हत्या करें, मैं आत्महत्या कर उनका काम आसान नहीं करना चाहता” – अनुराग अनंत
सरोज खान ने एक विवाद पर मांगी थी माफी
सरोज खान अपने एक बयान के जरिए विवादों में फंस गयी थीं. उन्होंने फिल्मी जगत की दुनिया के बारे में यह कहा था कि बॉलीवुड में हां सब कुछ होता है, इंटिमेट सीन भी होते हैं मगर हम उसे रेप नहीं कह सकते क्योंकि जो भी होता है, वह भी एक दूसरे की मर्जी से होता है कोई भी जबरदस्ती नहीं करता हालांकि इस बात कब लिए सरोज खान को काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी, इस वजह से उन्हें माफी भी मांगनी पड़ी.