
Ramayana-Mahabharata
-दिव्यमान यति
कोरोना महामारी के कारण पूरे भारत में लगे लॉकडाउन के बीच दूरदर्शन ने अपने सबसे चर्चित ‘रामायण’ और ‘महाभारत’ जैसे पुराने सीरियल्स का फिर से प्रसारण शुरू किया.
दूरदर्शन के इस फैसले से उसकी व्यूअरशिप में जबर्दस्त उछाल देखने को मिल रहा है. ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बीएआरसी) की रिपोर्ट के मुताबिक, दूरदर्शन ने पिछले दो हफ़्तों में सभी एंटरटेनमेंट चैनल्स को पीछे छोड़ पहले पायदान पर कब्ज़ा जमा लिया है. बीएआरसी की इस साल के 13वें सप्ताह की रिपोर्ट पर ध्यान दें तो सभी जॉनर्स में दूरदर्शन 15,96, 923 इम्प्रेशंस के साथ टॉप पर है. वहीं, हिंदी जनरल एंटरटेनमेंट चैनल्स की लिस्ट में भी यह 15,64,867 के साथ पहले पायदान पर है.
प्रसार भारती ने अपने ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर ये बताया है कि एक सप्ताह के अंदर दूरदर्शन की व्यूअरशिप में 650 फीसदी इजाफा हुआ है. 12वें सप्ताह में जहां चैनल की व्यूअरशिप 267 मिलियन से ज्यादा थी, वहीं 13वें सप्ताह में यह 2109 मिलियन से ज्यादा हो गई है.

इसके अलावा कुछ और आंकड़ों ने भी सबका ध्यान खींचा है. दूरदर्शन की व्यूअरशिप ग्रामीण क्षेत्रों से ज्यादा शहरी क्षेत्रों में है. शहरी क्षेत्रों में जहां 9,10,973 के इम्प्रेशंस के साथ यह शीर्ष पर हैं तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में इसे 6,53,894 इम्प्रेशंस मिले हैं. यह यहां दूसरे स्थान पर है. पहला स्थान दंगल चैनल का है, जिसे 8,82,111 इम्प्रेशंस मिले हैं.
बीएआरसी इंडिया की रिपोर्ट की मानें तो लॉकडाउन में पुराने धारावाहिकों के फिर से प्रसारण का फैसला दूरदर्शन के लिए कई खुशखबरी लेकर आया है. इनकी वजह से सुबह और शाम के बैंड में इसकी व्यूअरशिप में 40 हजार फीसदी का उछाल आया है. ‘रामायण’ और ‘महाभारत’ के साथ-साथ दूरदर्शन ने कई पुराने चर्चित धारावाहिकों का प्रसारण फिर से शुरू किया है. इनमें चाणक्य, सर्कस, बुनियाद, व्योमकेश बख्शी, उपनिषद गंगा, अलिफ लैला और शक्तिमान जैसे धारावाहिक शामिल हैं. इन सभी का प्रसारण डीडी नेशनल और डीडी भारती पर हो रहा है.
दूरदर्शन के तर्ज पर बाकी कई सारे प्राइवेट चैनल्स ने भी अपने पुराने शो का पुनः प्रसारण शुरू कर दिया है. स्टार प्लस ने अपने ‘महाभारत’ का प्रसारण शुरू किया है और बीएआरसी की रिपोर्ट के मुताबिक, इसे 1.4 मिलियन व्यूअरशिप मिल रही है. कलर्स ने अपने शो ‘राम सिया के लव कुश’ और एंड टीवी ने अपने सीरियल ‘रामायण’ का भी पुनः प्रसारण शुरू किया है, जिन्हें क्रमशः 2.1 मिलियन और 0.25 मिलियन व्यूअरशिप मिल रही है.

1987 में रामानंद सागर की ‘रामायण’ का जब पहली बार प्रसारण हुआ था तब इन धारावाहिक ने नये-नये कीर्तिमान स्थापित किये थे. तब के हालात ऐसे थे कि इसके प्रसारण के समय टीवी के सामने भीड़ लग जाती थी, सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता था, गाड़ियां रुक जाती थीं. लगभग 33 साल बाद इसके फिर से प्रसारण ने 90 के दशक के दर्शकों की जिज्ञासा को बढ़ा दिया है. इसकी वजह से इसकी लोकप्रियता में आज भी इजाफा स्पष्ट दिखाई दे रहा है. यह पौराणिक धारावाहिक पिछले 5 साल में सबसे ज्यादा देखा जाने वाला धारावाहिक बन गया है.