
नेपोटिज्म आज कल बॉलीवुड का सबसे बहस करने वाला मुद्दा बन गया है. इसी कड़ी ने इस बार एक्टर Vidyut जामवाल ने अपना बयान दिया है. विघुत ने अपने बयान में कहा कभी किसी की यात्रा मत रोकों जिसको चाहो उसको सपोर्ट करो.

नेपोटिज्म को लेकर की बात
एक्टर विघुत जामवाल अपने काम, अपने सादगी, अपने विचार के लिए हमेशा जाने जाते हैं. विघुत जामवाल जल्द ही खुदा हाफिज फिल्म में रोमांटिक और एक्शन दोनों भूमिकाओं में नजर आएंगे. Vidyut जामवाल से बातचीत के दौरान नेपोटिज्म के बारे में पूछा गया. उन्होंने कहा कि हर जगह नेपोटिज्म है, मेरे पिता भारतीय सेना में थे और रिश्तेदार दोस्तो को लगता था कि वो हमको भी इसमें भेजने के लिए सिफारिश करेगें. जहिर सी बात है कि आप किसी ऐसे व्यक्ति की मदद करेगें ही जिसको आप जानते हैं. बस मेरे पिता और बॉलीवुड में यही फर्क है कि मेरे पिता ने कभी किसी अच्छे व्यक्ति को सेना में जाने से नहीं रोका और बॉलीवुड में ये कोई करता नहीं है. आप उसका समर्थन करते हैं जिसे आप चाहते हैं लेकिन आप किसी की यात्रा को रोकें नहीं. साथ ही नेपोटिज्म एक समस्या नहीं है, आपके अंदर प्रतिभा है तो आप आगे जाते हैं और दयालु बनें. चीजें सब ठीक हो जाएगीं.
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विघुत जामवाल खुद एक आउटसाइडर हैं
Vidyut जामवाल का जन्म जम्मू में हुआ था. उनके पिता सेना में थे तो विघुत जामवाल भी एक आउटसाइडर ही हैं. एक एक्टर होने के साथ साथ मार्शल और स्टंट कलाकार भी है. मुख्य रुप से हिंदी फिल्मों के लिए इनको जाना जाता है. विघुत ने अपने करियर की शुरुवात 2011 में फिल्म फोर्स से कि थी जिसमें उन्होनें एक नकारात्मक भूमिका निभाई थी. फिर हिदीं फिल्म कमांडो की जिससे उनको अलग पहचान मिली क्योंकि उसमें उन्होनें बिना स्टंटमैन के अपनी भूमिका निभाई, फिर जगंली, यारा कई सारी फिल्मों से पहचान मिलती गई. वर्तमान में विघुत खुदा हाफिज में नजर आएंगे.