
भारतीय फिल्म जगत के मशहूर फिल्म अभिनेता, राजनेता, मनोरंजन पटकथा लेखक , गीतकार, पार्श्वगायक, कोरियोग्राफर और फिल्म निर्माता Kamal हासन ने भारतीय सिनेमा में आज अपने 61 साल पूरा किया है. 1960 में कलाथुर कन्नम्मा नामक तमिल फिल्म में एक बाल कलाकार के रूप में अपनी करियर शुरुआत की और तब से, एक के बाद एक हिट फिल्म देते गए . उन्होंने विभिन्न भाषाओं के 220 फिल्मों में काम कर चुके हैं.

18 साल की उम्र में पहली पटकथा लिखी
Kamal हासन लेखक और कवि भी थे. इन्होने 18 साल की उम्र में अपनी पहली पटकथा लिखी जो है उनारचिगल. फिल्म की कहानी एक गरीब आदमी के इर्द-गिर्द घूमती है. जो एक महिला को देह व्यापार से छुड़ाता है और उसके प्यार में पड़ जाता है. सेंसर बोर्ड से मंजूरी ना मिलने के कारण यह फिल्म एक साल देर से रिलीज हुई थी. कमल हासन के कॅरियर की 100 फिल्म 1981 की राजा पारवै थी. इस फिल्म के जरिए वे फिल्म निर्माण के क्षेत्र में पहला कदम रखें थे. हिंदी भाषा की उनकी पहली फिल्म थी एक दूजे के लिए. यह के. बालचंदर द्वारा निर्देशित, तेलुगु भाषा की फिल्म मरो चरित्रा का रूपांतरण था. 1985 तक कमल हासन ने कई हिन्दी भाषा की फिल्मों में अभिनय किया. जिनमें सागर भी शामिल है. जिसके लिए उन्हें फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार दोनों से सम्मानित किया गया.
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राष्ट्रीय पुरस्कार से हो चुके हैं सम्मानित
Kamal हासन को कलाथुर कन्नम्मा बतौर सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला. उनके नाम सर्वाधिक चार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, तीन सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार तथा एक सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार पाने वाले अभिनेता होने का रिकॉर्ड दर्ज है. इसके अलावा कमल हासन पांच भाषाओं में रिकॉर्ड उन्नीस फिल्मफेयर पुरस्कार प्राप्त है.