
व्यास पूजा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाते हैं क्यूँकि गुरु का दर्जा मां बाप से भी ऊपर होता है. गुरु वह है जो हमें सही-गलत, अच्छे बुरे की पहचान बताता है और हमें शिक्षित कर समाज में खुद को स्थापित करने में योगदान देता है.
गुरु पूर्णिमा की इस अवसर पर सभी छात्र अपने गुरु को याद कर इस दिन की बधाई देते हैं तो वहीं Amitabh Bachchan ने अपने पिता हरिवंश राय बच्चन की एक तस्वीर शेयर करते हुए सभी को गुरू पूर्णिमा की बधाई दी.

बिगबी ने अपने पिता जी की तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा कि “कबीरा ते नर अंध है, गुरु को कहते और! हरि रूठे गुरु ठौर है,गुरु रूठे नहीं ठौर !! गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर चरण स्पर्श, शत शत नमन, अपने गुरुदेव गुरु परम, परम पूज्य बाबूजी” उन्होंने ने अपने बाबूजी को ही अपने जीवन का सबसे बड़ा गुरू माना है.

बिगबी ने कबीरदास की कुछ पंक्तियां साझा कीं
Amitabh Bachchan ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर कबीर दास जी की कुछ पंक्तियों से इस शुभ अवसर पर सभी गुरुओं को शुभकामनाएं दी उन्होंने कहा है कि “कबीर दास जी ने बिल्कुल सत्य लिखा है. यदि परमात्मा रूठ जाए तो गुरु का आश्रय रहता है परंतु गुरु के उपरांत कोई ठौर नहीं रहता! गुरु के बिना कोई ज्ञान नहीं और ज्ञान के बिना कोई संस्कृति नहीं संस्कृति के बिना संस्कार नहीं संस्कार के बिना आचरण नहीं. आचरण के बिना आदर नहीं आदर के बिना मनुष्यता नहीं इस तरह उन्होंने अपने गुरु और सभी गुरु के चरणों को कोटि-कोटि नमन किया.

अमिताभ हाल ही में आयुष्मान खुराना के साथ गुलाबो सिताबो में नजर आए थे. अब जल्द ही रूमी जाफरी की फिल्म ‘चेहरे, ‘अयान मुखर्जी की फिल्म ‘ब्रह्मास्त्र ‘और नागराज मंजुले की फिल्म ‘झुंड’ में नजर आएंगे!
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आज के दिन महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था इसलिए इसे व्यास पूर्णिमा और गुड़ी पूर्णिमा के रूप में मनाते हैं. जैसे हर एक चीज़ का अपना एक अलग दिन होता है माता-पिता के दिन को मदर्स डे और फादर्स डे के रूप मे मनाते है उसी तरह वेदव्यास के जन्म दिन को व्यास पूजा और गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है.