– रूमा सिंह
बॉलीवुड के अवार्ड शोज पर अक्सर अवार्ड देने को लेकर भेदभाव का बात सामने आती रहती हैं. सुशांत के निधन के बाद कंगना रनौत ने भी छिछोरे जैसे अच्छे फिल्म को अवार्ड न देने का मुद्दा उठाया. अब अभय देओल ने भी ‘जिंदगी ना मिलेगी दोबारा’ फिल्म का जिक्र करते हुए अवार्ड के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की है.
अभय देओल ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शुक्रवार को ‘जिंदगी ना मिलेगी दोबारा’ फिल्म का एक फोटो शेयर किया. जिसमें उन्होंने लिखा 2011 में यह फिल्म रिलीज हुई थी. आज भी इस फिल्म के टाइटल को हम अपनी जिंदगी में अनुसरण करते हैं और जिंदगी से कभी मायूस होने पर यह फिल्म देखी जा सकती है.
आगे वह अवार्ड प्रति अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए लिखते हैं कि मुझे और फरहान को अक्सर अवार्ड से दूर रखा गया. इस फिल्म में ऋतिक, कैटरीना के साथ हम लोगों ने भी प्रदर्शन किया था लेकिन हमें सपोर्टिव एक्टर के लिए ही नमोनिट किया गया. साफतौर पर हमें यह अवार्ड इस तर्क पर दिया गया कि यह फिल्म एक पुरुष और महिला के प्यार पर आधारित था.
आखिर में अभय लिखते हैं इंडस्ट्री में लोग अलग-अलग तरह से आपके खिलाफ लॉबी करते हैं. इंडस्ट्री में यह काम बड़ी बेशर्मी से होती है. मैंने शुरू से ही अवार्ड का बहिष्कार किया, लेकिन फरहान को इससे कभी कोई दिक्कत नहीं हुई.