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उत्तराखंड टनल हादसे पर फिल्म ‘मिशन सिलक्यारा’ लेकर आ रहे हैं प्रोड्यूसर Mayank Madhur

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  • मुंबई ब्यूरो

फिल्म प्रोड्यूसर Mayank Madhur जल्द ही उत्तराखंड टनल हादसे पर ‘मिशन सिलक्यारा’नाम से फिल्म लेकर आ रहे हैं सनराइज मीडिया ग्रुप एंड प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले बनने वाली इस फिल्म का जल्द ही मुहूर्त किया जायेगा.

बॉलीवुड के चर्चित चेहरों से सजी इस फिल्म के बारे में बात करते हुए फिल्म के प्रोड्यूसर मयंक मधुर ने बताया कि टनल हादसे और इसके सफल रेस्क्यू ऑपरेशन पर बनने वाली इस फिल्म का मुहूर्त जल्द ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी करेंगे.

Mayank Madhur

फिल्म में दिखेगा प्रधानमंत्री कार्यालय और मुख्यमंत्री कार्यालय का को-आर्डिनेशन

मयंक मधुर के मुताबिक फिल्म की शूटिंग उसी जगह पर की जाएगी जिस जगह पर यह घटना घटी थी. फिल्म में प्रधानमंत्री कार्यालय यानी PMO और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बीच के कॉर्डिनेशन और मजदूरों के बचाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग का भी उल्लेख किया जाएगा, साथ में मजदूरों को मजबूर न होने देने वाली सोच को बारीकी से कहानी में बना जायेगा.

मजदूरों, कवरेज में मौजूद पत्रकारों से बात कर रही टीम

टनल में कुल 41 मजदूर फंसे थे. फिल्म मेकर्स की टीम उन सभी से बात कर रही है. उनसे बातचीत करके फिल्म मेकर्स उनसे जिंदगी और मौत के बीच लड़ाई में बचने के हिम्मत के तरीकों पर बात कर रहे हैं. जिसको हूबहू वैसे ही फिल्म में दर्शाया जा सके.

जितने पत्रकार इस घटना को कवर कर रहे थे, मेकर्स की टीम उनसे भी मिलकर उस दौरान के अनुभव और कहानी को जान-समझ रही है. सीएम धामी के द्वारा रेस्क्यू टीम को हर संभव सहायता देने और उनके तत्परता से यह मिशन सफल हो पाया था. उसी को ध्यान में रखकर ‘मयंक’ फिल्म ‘मिशन सिलक्यारा’ बनाने जा रहे हैं. फिल्म में जिद्द और जुनून के बीच जिंदगी बचाने की जद्दोजहद को बहुत ही बारीकी से दिखाया जाएगा. अनुमान लगाया जा रहा है कि फिल्म में उत्तराखंड की अपनी मौजूदगी दर्ज होगी. 

मेकर्स के मुताबिक फिल्म को यथार्थ के करीब रखते हुए कमर्शियल स्तर पर भी उम्दा बनाने का पूरा प्रयास किया जायेगा. यह फिल्म जिंदगी बचाने के लिए सरकार के अथक प्रयास को दर्शायेगी कि अगर सिस्टम के अंदर दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो प्राकृतिक आपदाओं से बेहतरीन ढंग से निपटा जा सकता है. पहाड़ का सीना चीरकर भी 41 जिंदगी बचाई जा सकती है.