Anil V Kumar: 501 रुपया लेकर पटना से भागा था, बन गया बड़ा डायरेक्टर
1 min readक्या आप यकीन करेंगे कि एक आदमी जिसने 501 रुपया लेकर पटना शहर छोड़ा था आज वो टीवी सीरियल का बड़ा निर्देशक बन चुका है .आपको कहानी भले ही फ़िल्मी लगे लेकिन सच्चाई यही है कि वो आदमी पिछले 15 सालों से टीवी इंडस्ट्री का मेनस्ट्रीम डायरेक्टर हैं. वो एकता कपूर का फेवरेट निर्देशक है .नाम है अनिल वी कुमार (Anil V Kumar).
पटना के चिरैयाटाड़ का प्रथ्वीपुर (prithvipur) का इलाका.इस इलाके के रहनेवाले एक लड़के ने अपनी माँ से अनबन होने पर 501 रुपया लेकर दिल्ली भाग गया .दिल्ली से वो मुंबई चला आया और मुंबई के रेलवे स्टेशनों पर बेल्ट बेचने लगा ..1993 में मुंबई बाम्ब ब्लास्ट हुआ और स्टेशनों पर फेरीवालों की दूकान पर रोक लग गई ..हर तरफ डर का माहौल था .किशोर उम्र के अनिल को समझ में नही आ रहा था कि वो क्या करें ..किसी तरह बेरोजगार अनिल को एक जगह रहने का ठिकाना मिला ..ठिकाना क्या कहें बस समझिए सर छुपाने की जगह मिली …उसी जगह के आसपास एक स्टूडियो में सीरियल की शूटिंग हो रही थी .काम के तलाश में अनिल उसी स्टूडियो में काम मांगने गये और उन्हें स्पॉट ब्याय का काम मिल गया. जहाँ उन्हें खाना मिलता और कुछ पैसे भी मिलते ..अनिल को अच्छा लगा कि पैसे के साथ साथ खाना भी मिल रहा है .धीरे धीरे डायरेक्टर रमण कुमार ने उन्हें अपना पर्सनल ब्वाय बना लिया ..अनिल की मेहनत और लगन देख रमन कुमार ने अनिल को अपना असिटेंट निर्देशक बना लिया .अनिल मेहनत से काम करते रहे और धीरे धीरे रमन कुमार के मुख्य सहायक निर्देशक बन गये ..
सहायक निर्देशक से निर्देशक कैसे बने ..इसकी दो कहानी है .पहली कहानी तो ये है कि एक दिन शाट लेते समय एकता कपूर की निगाह अनिल पर पड़ी और उनके काम को देखकर उन्हें सीरियल का डायरेक्टर बना दिया ..दुसरी कहानी है कि सिनेमा के बड़े डायरेक्टर अनुराग बासु जब सीरियल डाइरेक्ट करते थे तो अनिल उन्हें भी असिस्ट करते थे .जब अनुराग बासु को लगा कि उन्हें अब फिल्मो में जाना चाहिए तो उन्होंने सीरियलों से दूरी बना ली और फिल्मो में अपनी किस्मत आजमाने लगे .एकता कपूर ने उनसे एक सीरियल निर्देशित करने के लिए सम्पर्क किया तो उन्होंने अनिल का नाम लिया और साथ में ये भी कहा कि वो हमसे बेहतर काम करता है आप उसे मौका दो .बस इसी मौके ने अनिल को एकता कपूर का पसंदीदा निर्देशक बना दिया .कहानी घर घर की ,कुडली भाग्य, कसम से ,कुसुम ,सुजाता ,कयामत ,कहीं तो होगा जैसे कई सीरियल उन्होंने डाइरेक्ट किया.
बालाजी की फिल्म कुछ तो है का निर्देशन किया जिसमें तुषार कपूर और इशा देयोल थे .कहते है कि उन दिनों बालाजी का कोई भी सीरयल हो शुरुआत अनिल ही करते थे बाद में अनिल कुमार निर्माता बने और कई सीरियलो का निर्माण किया ..२०१३ में रीलिज हुई प्रियंका चोपड़ा और साउथ का एक्टर राम चरन की फिल्म जंजीर के चार निर्माताओं में से एक थे . आज अनिल वी कुमार का सीरियल की दुनिया में अपना नाम है .
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